कैलाश मानसरोवर - हजारों वर्षों से मानवता के आध्यात्मिक केन्द्र में शुमार - हिन्दू, बौद्ध, जैन और बोन धर्म के अनुयायियों के लिए परम पवित्र स्थल है। पवित्र माउंट कैलाश (6,638मी) शिव और पार्वती का निवास स्थान माना जाता है, जबकि मानसरोवर झील (4,590मी) की पवित्रता को मोक्षदाई माना गया है

2025 में पाँच वर्षों की प्रतीक्षा और कई बाधाओं के बाद, कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर प्रारंभ हो रही है। कैलाश मानसरोवर यात्रा सिर्फ हिमालय की ऊँचाई पर जाने की यात्रा नहीं - यह गहराई में आत्मा की यात्रा है।

कैलाश मानसरोवर यात्रा केवल एक तीर्थयात्रा नहीं है, यह आत्मा की शुद्धि, आध्यात्मिक जागृति और जीवन के परम सत्य को अनुभव करने की एक सजीव प्रक्रिया है। यह यात्रा शिव के धाम तक पहुँचने का मार्ग है, जो सहस्राब्दियों से सनातन धर्म, बौद्ध, जैन और बोन अनुयायियों के लिए मोक्षदायी स्थल रहा है। साल 2025 में, यह यात्रा एक विशेष महत्व रखती है क्योंकि COVID-19 और सीमा स्थितियों के कारण पाँच वर्षों बाद यह यात्रा दोबारा शुरू हो रही है।

Ghumney.com जैसी विश्वसनीय ट्रैवल कंपनी के साथ यह यात्रा न केवल सुरक्षित और सुविधाजनक होगी, बल्कि इसमें आपको मिलेगा एक ऐसा अनुभव जो जीवनभर के लिए स्मरणीय रहेगा।

Ghumney.com की स्मार्ट प्लानिंग, आत्मिक तैयारी, शारीरिक थ्रेड जैसे तत्व इस यात्रा को मात्र एक ट्रिप से कीर्तिमान यात्रा में बदलते हैं। अगर आपकी आत्मा में लंबा समर्पण है, अगर आपकी इच्छाशक्ति है, तो यह यात्रा आपके जीवन को सवार देगी।

यात्रा शुरू करें, अपने अंदर के कैलाश को खोजें, और जीवन के नए शिखर पर पदार्पण करें। 🚩

 

कैलाश और मानसरोवर का धार्मिक महत्व

माउंट कैलाश को भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है और यह चार प्रमुख नदियों ब्रह्मपुत्र, सिंधु, सतलुज और गंगा की सहायक नदी कर्नाली का उद्गम स्थल भी है। मानसरोवर झील को ब्रह्मा की मानस संकल्प से उत्पन्न माना जाता है और इसका नाम भी इसी कारण "मानसरोवर" पड़ा है।

यात्रा का मुख्य उद्देश्य कैलाश पर्वत की परिक्रमा (Kora) करना और मानसरोवर झील में स्नान करना है, जिसे पापों से मुक्ति दिलाने वाला और मोक्ष प्रदान करने वाला माना जाता है।

Ghumney.com द्वारा 2025 में कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए तीन प्रमुख टूर पैकेज उपलब्ध कराए गए हैं:

 

1. लखनऊ से हेलीकॉप्टर द्वारा यात्रा (09 दिन / 08 रातें)

तय प्रस्थान तिथियाँ:

जुलाई: 1, 6, 11, 17, 23, 29

अगस्त: 5, 10, 16, 22, 28

सितंबर: 3, 8, 14, 20, 26

विशेषताएँ:

नेपालगंज और बागेश्वरी मंदिर का दर्शन

एयरलिफ्ट सुविधा, कम समय में यात्रा

मेडिकल किट, ऑक्सीजन, वेज भोजन

अंग्रेज़ी बोलने वाला तिब्बती गाइड एवं नेपाली टूर लीडर

 

2. काठमांडू से हेलीकॉप्टर द्वारा यात्रा (11 दिन / 10 रातें)

तय प्रस्थान तिथियाँ:

  • जुलाई: 1, 5, 11, 17, 23, 29
  • अगस्त: 4, 10, 16, 22, 28
  • सितंबर: 2, 8, 14, 20, 26

विशेषताएँ:

  • काठमांडू सहित नेपालगंज और बागेश्वरी मंदिर का दर्शन
  • उच्च गुणवत्ता आवास, ऑक्सीजन, शुद्ध शाकाहारी भोजन
  • अनुभवशील गाइड, दफ्ती बैग, फर्स्ट-एड किट आदि

 

3. काठमांडू ओवरलैंड यात्रा (13 दिन / 12 रातें)

तय प्रस्थान तिथियाँ:

  • जुलाई: 3, 10, 17, 24, 31
  • अगस्त: 2, 7, 14, 21, 31
  • सितंबर: 11, 18, 25

विशेषताएँ:

  • भूमि मार्ग से यात्रा का अनुभव
  • आरामदायक होटल, सपोर्ट ट्रक, शाकाहारी भोजन
  • अंग्रेजी बोलने वाले तिब्बती गाइड, नेपाली टूर लीडर

 

सभी पैकेज में निम्न सेवाएँ सम्मिलित हैं:

  • आगमन एवं प्रस्थान ट्रांसपोर्टेशन
  • होटल एवं गेस्ट हाउस में डबल शेयरिंग आधार पर आवास
  • कैलाश परमिट, वीज़ा फीस, मेडिकल सहायता और प्राथमिक उपचार किट
  • एयर कंडीशन्ड कोच, सपोर्ट ट्रक्स, डफल बैग, बैकपैक

 

यात्रा की प्रक्रिया

 

पंजीकरण और दस्तावेज़

  • पासपोर्ट की वैधता कम से कम 6 महीने होनी चाहिए
  • मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र अनिवार्य
  • यात्रा बीमा आवश्यक
  • यात्रा की पुष्टि के बाद Ghumney.com आवश्यक परमिट और वीजा प्रक्रिया में सहयोग करता है

 

शारीरिक तैयारी

  • ट्रेकिंग के लिए फिटनेस जरूरी है। उच्च हिमालय में चलना आसान नहीं होता
  • उच्च रक्तचाप, हृदय रोग या अस्थमा के मरीजों को पूर्व जांच करानी चाहिए
  • मानसिक दृढ़ता और आध्यात्मिक समर्पण भी आवश्यक है

 

मानसरोवर दर्शन और पूजन

  • मानसरोवर झील का दर्शन और स्नान यात्रा का मुख्य भाग है
  • ध्यान, जप और विशेष पूजा का आयोजन Ghumney.com द्वारा संभव

 

कैलाश परिक्रमा (Kora)

  • यह 3 दिन की ट्रेक यात्रा होती है – लगभग 52 किलोमीटर
  • प्रमुख पड़ाव: दारचेन – दिरापुक – डोल्मा ला पास – जुथुलपुक – दारचेन
  • डोल्मा ला पास (5630 मीटर) सबसे कठिन पड़ाव होता है

यात्रा का आध्यात्मिक और भावनात्मक प्रभाव

कैलाश मानसरोवर की यात्रा केवल शरीर की नहीं, आत्मा की यात्रा है। इस दौरान श्रद्धालु न केवल हिमालय की ऊँचाइयों को छूते हैं, बल्कि शिव की उपस्थिति का साक्षात्कार भी करते हैं। मानसरोवर के शांत जल में जब स्वयं को प्रतिबिंबित करते हैं तो अपने भीतर की असल पहचान सामने आती है।

कई यात्री इसे जीवन परिवर्तनकारी अनुभव मानते हैं – कुछ के लिए यह आत्मिक पुनर्जन्म है, तो कुछ के लिए यह तपस्या का फल।

सुझाव और सावधानियाँ

  • यात्रा से पहले उच्च स्थान की आदत डालें (Acclimatization)
  • पानी की भरपूर मात्रा लें – डिहाइड्रेशन से बचें
  • स्वास्थ्य बीमा जरूर करवाएं
  • ऊनी वस्त्र, दस्ताने, जैकेट और ट्रेकिंग शूज़ रखें
  • समूह से अलग न हों और गाइड के निर्देशों का पालन करें
  • संपर्क और आरक्षण

 

यदि आप 2025 में इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अभी संपर्क करें:

📞 9818055589 / 9910423010

📧 booking@ghumney.com

🌐 www.ghumney.com

🏢 IATA और भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सेवा

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025, Ghumney.com की विशेषज्ञता के साथ, श्रद्धालुओं के लिए एक स्वप्निल यात्रा बनने जा रही है। यह वह अवसर है जब आप केवल शिव के धाम तक नहीं पहुँचते, बल्कि अपनी आत्मा की सच्चाई तक भी पहुँचते हैं।

Ghumney.com द्वारा दी गई सुविधा, सुरक्षा और आध्यात्मिक माहौल इस यात्रा को अनूठा बना देता है।

 

ॐ नमः शिवाय।